भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के किसान मोर्चे अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) की अगुवाई में किसानों का विरोध मार्च सोमवार (12 मार्च) को मुंबई पहुंच गया है। पूर्ण कर्जमाफी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर करीब 50,000 किसान मुंबई के आजाद मैदान में डटे हुए हैं। ये किसान आज महाराष्ट्र विधानसभा घेरने की तैयारी में हैं।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP ) की सांसद पूनम महाजन ने महाराष्ट्र में प्रदर्शन कर रहे किसानों को ‘शहरी माओवादी’ करार दिया। न्यूज़ 18 इंडिया के मुताबिक बीजेपी महिला सांसद ने कहा, ‘किसान बहुत ही बड़े स्तर पर और शांति के साथ मार्च कर रहे हैं। उनके हाथों में कम्युनिस्ट झंडा है। ये सभी किसान केवल नासिक से ही नहीं आए हैं, बल्कि पूरे उत्तरी महाराष्ट्र के किसान इकट्ठा हुए हैं। महाराष्ट्र में प्रदर्शन कर रहे लोग किसान नहीं शहरी माओवादी हैं. न्यूज़ 18 की खबर के मुताबिक पूनम महाजन के विचार हैं कि महाराष्ट्र के आदिवासी शहरी माओवाद से प्रभावित हो चुके हैं.
पूनम महाजन ने आरोप लगाया कि माओवादी किसानों को गुमराह कर रहे हैं. उनके इस लंबे मार्च में माओवादी भी हैं. पूनम महाजन ने किसानों के मार्च को राजनीतिक भी बताया. उनके अनुसार वो किसानों की इज्जत करती हैं लेकिन, ये किसान लाल झंडे लिए हुए हैं. उन्हें आशा है कि किसानों का राजनीतिक इस्तेमाल नहीं हो पाएगा.
जबकि किसानों के आंदोलन से हरकत में आई देवेंद्र फडणवीस सरकार अब डैमेज कंट्रोल मोड में आ चुकी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम उनकी (किसानों) मांगो को पूरा करने के प्रति सकारात्मक हैं। मोर्चा के पहले दिन से ही हमनें उनसे कई मुद्दों पर चर्चा करने की कोशिश की। गिरीश महाजन उनके संपर्क में थे पर वे अपने मार्च को लेकर डटे रहे।
#BREAKING – Maharashtra farmers' protest propelled by urban Maoists: Poonam Mahajan, BJP MP. #ProtectOurFarmers pic.twitter.com/oYkcyF0W1A
— News18 (@CNNnews18) March 12, 2018
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