मुंबई:
अपनी कई मांगों पर दबाव बनाने के लिए नासिक से छह मार्च को‘ लांग मार्च’ पर निकले महराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों के 40,000 से अधिक किसान मुंबई पहुंच गये हैं। आज किसान मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करने वाले हैं।CPI(M) से ताल्लुक रखने वाले ऑल इंडिया किसान सभा की अगुवाई में किसान महाराष्ट्र सरकार की ऋणमाफी योजना के उपयुक्त क्रियान्वयन की मांग कर रहे हैं।
#Flash: Meeting with delegation of farmers and all political parties begins at Vidhan Bhawan under the chairmanship of Maharastra CM Devendra Fadnavis.
— ANI (@ANI) March 12, 2018
किसानों का रुख़ देखते हुए महाराष्ट्र सरकार भी ऐक्शन में आ गई है. किसानों की मांगों पर विचार के लिए फडणवीस सरकार ने एक कमेटी बनाई है, जिसमें छह मंत्री शामिल हैं. कमेटी में चंद्रकांत पाटिल, पांडुरंग फुडकर, गिरीश महाजन, विष्णु सवारा, सुभाष देशमुख और एकनाथ शिंदे शामिल हैं. इससे पहले किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अपनी तरफ से कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन को किसानों से बातचीत करने भेजा था जिन्होंने किसानों को अश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक है. महाजन ने कहा, ‘सोमवार को माननीय मुख्यमंत्री के साथ इनकी चर्चा होने वाली है. इनके जो सभी कार्यकारणी सदस्य हैं, इनके प्रमुख हैं, वो जाकर माननीय मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे और मुझे लगता है इसमें से पॉजिटिव हल निकालने वाले है.’
CM @Dev_Fadnavis in Maharashtra Legislative Assembly on Long March by Kisan Sabha pic.twitter.com/nMfCKE1h0g
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) March 12, 2018
We're positive in fulfilling demands. Since the 1st day of the Morcha we tried to discuss various issues with them. Girish Mahajan was in touch with them from day one. But they were firm on taking out the March: CM Devendra Fadnavis. pic.twitter.com/EgHuCgKtYt
— ANI (@ANI) March 12, 2018
कर्जमाफी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर मुंबई के आजाद मैदान में डटे हजारों किसान अब विधानसभा घेरने की तैयारी में हैं। किसानों के इस फैसले के बाद महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस किसानों को मनाने का प्रयास तेज कर चुके हैं। सीएम की किसान प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक भी चल रही है। सीएम किसानों की मांग के प्रति सकारात्मक रुख की बात कह चुके हैं।
राहुल गांधी ने पीएम मोदी और सीएम फडणवीस से किसानों की मांगें मानने की अपील की
The mammoth #FarmersMarchToMumbai is a stunning example of people’s power. The Congress party stands with the Farmers & Tribals marching to protest against the Central & State Govts. apathy.
I appeal to PM Modi and the CM to not stand on ego and to accept their just demands.
— Office of RG (@OfficeOfRG) March 12, 2018
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, “किसानों का मुंबई तक का मार्च आम लोगों की शक्ति का शानदार उदाहरण है। अपनी मांगों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार का विरोध कर रहे किसानों के साथ कांग्रेस पार्टी खड़ी है।” कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि वे अपने अहंकार को छोड़कर किसानों की मांगों को स्वीकार कर लें।”
मंत्री गिरीश महाजन ने कहा किसानों की मागों को लेकर सरकार गंभीर
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि हम किसानों के साथ बैठक करने जा रहे हैं, मुझे लगता है कि बैठक में 80 से 90 फीसदी समस्याओं का हल निकाल लिया जाएगा। महाजन ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी समेत सभी मांगों को लेकर उनकी सरकार गंभीर है। उन्होंने यह भी कहा कि इन मद्दों पर किसानों के साथ सहमति बनने के बाद उन्हें लिखित में आश्वासन दिया जाएगा।
There'll be a meeting with farmers at 1pm. I think we'll give solutions for 80-90% of their issues. We're serious about the demands including loan waiver & will come up with best decisions. Written assurance will be given for accepted demands: Girish Mahajan, Maharashtra Minister pic.twitter.com/D3opguwlfy
— ANI (@ANI) March 12, 2018
आपको बता दें कि किसानों का मोर्चा आजाद मैदान पहुंच चुका है. इस महामोर्चा में 50 हजार किसान शामिल हैं. किसानों ने आज महाराष्ट्र विधानसभा का ऐलान किया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति में भी हलचल मच गई है. मोर्चे के मुंबई पहुंचते ही कई राजनीतिक पार्टियों ने इस पदयात्रा का समर्थन भी किया. सत्ता में बैठी शिवसेना की ओर से आदित्य ठाकरे और एकनाथ शिंदे ने किसानों को संबोधित किया. मुंबई नगरपालिका ने आज़ाद मैदान में किसान मोर्चा के लिए ख़ास इंतज़ाम किए हैं. 40 सीटों वाला टॉयलेट, पानी के 4 टैंकर, एंबुलेंस का इंतज़ाम किया गया है. मंत्रालय और आज़ाद मैदान के आसपास के सार्वजनिक शौचालयों को अगले दो दिन तक मुफ़्त सेवा देने के निर्देश हैं. साथ ही आज़ाद मैदान में साफ़ सफ़ाई के लिए अतिरिक्त लोगों को लगाया गया है.
गौरतलब है कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के किसान मोर्चे अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) की अगुवाई में यह विरोध मार्च मंगलवार को नासिक से मुंबई के लिए रवाना हुआ था. हाथों में लाल झंडा थामे ये किसान ऑल इंडिया किसान सभा समेत तमाम संगठनों से जुड़े हैं. इस मार्च में किसानों के साथ खेतिहर मज़दूर और कई आदिवासी शामिल हैं. इनकी प्रमुख मांगों में कर्ज़माफी ले लेकर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने और स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करना शामिल है. किसानों का कहना है कि फडणवीस सरकार ने पिछले साल किया 34000 करोड़ का कर्ज़ माफी का वादा अब तक पूरा नहीं किया है.
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