एक और दलित BJP सांसद ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी, कहा- मोदी राज में दलितों के लिए कोई काम नहीं हुआ

नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में बीजेपी के लिए चुनौती बढ़ती जा रही है. यह चुनौती किसी बाहरी से नहीं बल्कि अपने ही सांसदों की नाराजगी से वजह से उभर रही है. बीजेपी के एक और दलित सांसद का सरकार पर हमला बोला है. यूपी के नगीना से सांसद डॉ यशवंत सिंह ने पीएम को पत्र लिख कर जताई नाराजगी है. अब तक छह सांसद अपना विरोध जता चुके है जिसमें उदित राज, सावित्री फुले, छोटे लाल, अशोक कुमार दोहरे, डॉ यशवंत सिंह और अब डॉ यशवंत सिंह शामिल हैं.

अनुसूचित जाति-जनजाति (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम में बदलाव किए जाने के खिलाफ देशभर में जारी दलितों के विरोध के बीच एक और दलित भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के सांसद ने सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। सांसद ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा कि, उनकी सरकार में पिछले चार साल में दलितों के लिए एक भी काम नहीं हुआ।

चिट्ठी में यशवंत सिंह ने खुद को जाटव समाज से सांसद बताते हुए अपनी शैक्षणिक योग्यता का हवाला देते हुए लिखा है, ‘मैंने ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस से एमडी और अमेरिका से विशेष परीक्षा पास की है। मैं समझता हूं कि आरक्षण के कारण ही मैं सांसद बना हूं, मेरी योग्यता का उपयोग नहीं हो पा रहा है। आरक्षण के बिना दलित समाज और पिछड़े वर्ग का कोई अस्तित्व नहीं हैं।’

 

यशवंत सिंह ने प्रमोशन में आरक्षण पर कहा कि, ‘जब मैं चुनकर आया था उसी समय मैंने स्वयं आपसे (पीएम मोदी) मिलकर प्रमोशन में आरक्षण हेतू बिल पास कराने का आग्रह किया था। समाज के विभिन्न संगठन दिन-रात हम लोगों को इस प्रकार का अनुरोध करते हैं। परन्तु चार वर्ष बीत जाने के बाद भी इस देश के लगभग 30 करोड़ दलितों के प्रत्यक्ष हित हेतू आपकी सरकार द्वारा एक भी कार्य नहीं किया गया। जैसे बैकलॉग पूरा कराना, आरक्षण बिल पास कराना, प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण दिलाना आदि आदि।’

यशवंत सिंह ने आगे लिखा कि, ‘कोर्ट में दलित समाज का कोई प्रतिनिधित्व नहीं हैं, जिस कारण कोर्ट समय-समय पर हमारे विरुद्ध नए निर्णय देकर अधिकारों को खत्म कर रहा है। इस देश की 70 प्रतिशत संपत्ति एक प्रतिशत लोगों के पास है, जिन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त हैं। 25 फीसदी आबादी के पास शायद ही आधा प्रतिशत संपत्ति हो। दलित समाज सरकार की अच्छी नीति के बगैर तरक्की नहीं कर सकता है।’

इससे पहले यूपी के तीन दलित बीजेपी सांसद सावित्री बाई फूले, छोटेलाल और अशोक कुमार दोहरे दलितों पर बढ़ते अत्याचार का आरोप लगाते हुए योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा कर चुके हैं। वहीं, उत्तर पश्चिम दिल्ली से बीजेपी सांसद उदित राज भी खुले तौर पर समय-समय पर सार्वजनिक जगहों पर कहते रहे हैं कि सरकार के कई फैसलों से दलितों में नाराजगी बढ़ रही है।

 

बता दें कि, अभी हाल ही में यूपी के रॉबर्ट्सगंज से बीजेपी के दलित सांसद छोटेलाल खरवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ शिकायत की थी। पीएम मोदी ने सांसद छोटेलाल को उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

सांसद छोटेलाल ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा है कि शिकायत लेकर मैं सीएम योगी से दो बार मिला लेकिन उन्होंने डांट कर भगा दिया। पीएम मोदी ने सांसद छोटेलाल को उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। ये पहला मौका नहीं है जब यूपी के किसी नेता ने सीएम योगी से नाराजगी जताई है।

 

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