देश की राजधानी दिल्ली में लोगों के लिए सांस लेना दूभर हो गया है. पिछले कई दिनों से दिल्ली की हवा बेहद जहरीली हो चुकी है और लोगों को जल्द इससे कोई राहत मिलने की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है. रविवार को हवा की रफ्तार बढ़ने के बाद दिल्ली वालों को कुछ समय के लिए राहत की सांस जरूर मिली. लेकिन सोमवार की सुबह से ही हवा की स्थिति बहुत खराब है. दिल्ली स्मॉग की मोटी चादर में लिपटी हुई नजर आ रही है.
Thick layer of smog blankets Rajpath in #Delhi (Early morning visuals) pic.twitter.com/SusJqJJfYv
— ANI (@ANI) November 5, 2018
दिल्ली के कुछ इलाकों में पीएम 10 का स्तर 700 को भी पार कर गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मंदिर मार्ग पर एयर क्वालिटी इंडेक्स में पीएम 10 का लेवल 707, मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम पर 676 और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम पर 681 पर जा पहुंचा है. जोकि ‘खतरनाक’ श्रेणी में आता है. अधिकारियों ने पहले ही सोमवार से हवा की स्थिति बहुत खराब होने की चेतावनी दी थी.
#Delhi's Mandir Marg at 707, Major Dhyan Chand National Stadium at 676 & Jawaharlal Nehru stadium at 681 under 'Hazardous' category in Air Quality Index pic.twitter.com/ZXTCZdFmRt
— ANI (@ANI) November 5, 2018
रविवार को लोगों ने ली चैन की सांस
हालांकि रविवार को दिल्लीवालों ने चैन की सांस ली जब हवा की रफ्तार बढ़ने से और सरकार द्वारा लागू नियंत्रण उपायों के कारण वायु गुणवत्ता में काफी सुधार आया. रविवार को एयर क्वालिटी इंडकेस (एक्यूआई) 169 पर दर्ज किया गया जो ‘सामान्य श्रेणी’ में आता है. केन्द्र द्वारा संचालित सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी फारकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के एक अधिकारी ने कहा कि वायु गुणवत्ता में सुधार का कारण सतह पर वायु की गति पांच किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ना है. यह प्रदूषण करने वाले तत्वों को बहा ले गया.
पीएम 2.5 के तेजी से बढ़ने की चेतावनी दी
साथ ही कहा गया कि सोमवार शाम से नमी बढ़ने की बहुत संभावना है, जो प्रदूषण स्तर को बढ़ा सकता है. अधिकारी ने कहा, एक्यूआई सोमवार को ‘बहुत खराब’ के निचले स्तर पर पहुंचने की आशंका है.
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान ने कहा कि भारत के उत्तरपश्चिम क्षेत्र में पराली जलाने की घटनाएं शनिवार को गुरुवार की तुलना में कम रहीं. लेकिन संगठन ने सोमवार से पीएम 2.5 के आंकड़े में तेजी से बढोत्तरी होने की चेतावनी दी. संस्थान ने कहा, ‘अगर भारत के उत्तरपश्चिम क्षेत्र में रविवार और सोमवार को बड़ी मात्रा में पराली जलाना जारी रहता है तो दिल्ली के ऊपर इसका असर आने की बहुत आशंका है और एक्यूआई टबहुत खराब’ श्रेणी के ऊपरी स्तर पर पहुंच सकता है,’
प्रदूषण से निपटने के लिए किए जा रहे हैं प्रयास
आपको बता दें कि दिल्ली में अधिकारियों ने प्रदूषण से निपटने के लिए कई प्रयास किए हैं जिसमें निर्माण कार्य को रोकने सहित यातायात संबंधी गतिविधियों पर नियंत्रण लगाना शामिल है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने यातायात विभाग और यातायात पुलिस को निर्देश दिया है कि वह 1-10 नवंबर के बीच प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की जांच करें और यातायात की भीड़ को नियंत्रित करें.
80 लाख से ज्यादा जुर्माना वसूला
प्रदूषण गतिविधियों की निगरानी रखने, तत्काल कार्रवाई करने के लिए 1-10 नवंबर तक ‘क्लीन एयर कैंपेन’ चलाया जा रहा है. रविवार को टीमों ने कुल 83 लाख रुपए से ज्यादा का कुल जुर्माना वसूला. दिल्ली-एनसीआर में इस अभियान के तहत शुक्रवार और शनिवार को नियमों का उल्लंघन करने वालों से कुल 80 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया. टीमें दिल्ली के अलावा फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद और नोएडा के विभिन्न भागों का दौरा कर रही हैं.
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