मॉब लिंचिंग के दोषियों को केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्‍हा ने पहनाई माला, किया स्‍वागत

नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री जयंत सिन्‍हा ने झारखंड के रामगढ़ के मॉब लिंचिंग के केस में दोषी ठहराए गए 8 लोगों का स्‍वागत किया और उन्‍हें माला पहनाई. जेल में बंद इन सभी लोगों को मॉब लिंचिंग के केस में कोर्ट से जमानत मिली थी. जमानत मिलने के बाद ये लोग जयंत सिन्हा से मिलने उनके घर गए. यहां जयंत सिन्हा ने दोषियों को माला पहना कर उनका स्वागत किया.

बताया जा रहा है कि यह लोग बीजेपी ओबीसी मोर्चा के अध्‍यक्ष अमरदीप यादव के नेतृत्‍व में जयंत सिन्‍हा के घर गए थे.

मामला सामने आने के बाद जयंत सिन्हा विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं. विपक्ष ने उन पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप लगाया है. इस पर जयंत सिन्हा ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि ‘मैंने पहले ही अपना रुख साफ कर दिया है. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. मैं एक मंत्री भी हूं और सांसद भी. कानून हाथ में लेने का हक किसी को भी नहीं है.’

उन्होंने कहा कि ‘जब इन लोगों को बेल मिली, तो वो मेरे घर आए थे. मैंने उन्हें केवल इसकी शुभकामनाएं दी थी.’

बता दें कि पिछले साल 27 जून को लगभग 100 गौरक्षकों की भीड़ ने पशु व्‍यापारी अलीमुद्दीन अंसारी को हजारीबाग जिले के रामगढ़ में दिनदहाड़े पीट-पीटकर मार डाला था. जयंत सिन्‍हा हजारीबाग लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद हैं. भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डाले जाने के इस मामले में फास्‍ट ट्रैक कोर्ट ने रिकॉर्ड 5 महीने में सुनवाई पूरी करते हुए इस साल 21 मार्च को 11 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी.

जयंत सिन्हा ने पुलिस जांच पर सवाल उठाया

केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्‍हा ने इस मामले में पुलिस जांच पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने इसकी सीबीआई जांच की मांग की है. फास्‍ट ट्रैक कोर्ट से सजा पाने के बाद सभी दोषियों ने झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. यहां से 8 लोगों को 29 जून को जमानत मिल गई.

अमरदीप यादव ने बताया, ‘जयंत सिन्‍हा हमेशा मानते थे कि यह लोग निर्दोष हैं और इन्‍हें फंसाया गया है. इसलिए उन्‍होंने अपनी क्षमता से इन लोगों की कानूनी और आर्थिक मदद की. निर्दोष लोगों का साथ देने में कुछ गलत नहीं है.’ उन्होंने इस मामले में 3 अन्‍य दोषियों का जिक्र करते हुए उम्‍मीद जताई कि उन्‍हें भी हाईकोर्ट से जमानत मिल जाएगी.

यादव ने दावा किया कि ‘जयंत सिन्‍हा ने खुद इस मामले के कागजात देखे हैं और वकीलों से बात की है.’

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