प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान के जयपुर में रैली करने वाले हैं. बताया जा रहा है कि इस रैली में लोगों को लाने के लिए राज्य सरकार सात करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च कर रही है. गुरुवार को राजस्थान के मुख्य प्रशासन विभाग ने एक पत्र जारी किया है. इसमें दी गई जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री की रैली में भीड़ लाने के लिए 7.23 करोड़ रुपये खर्च होने की बात कही गई है. खबरों के मुताबिक रैली के दौरान अन्य सुविधाओं पर भी भारी रकम खर्च की जाएगी.
रिपोर्ट के मुताबिक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र सरकार की कई योजनाओं के करीब ढाई लाख लाभार्थियों से मिलेंगे. यहां वे एक स्मार्ट सिटी परियोजना का उद्घाटन भी करेंगे. इस दौरान लाभार्थियों को रैली तक लाने और उनके खाने-पीने के इंतजाम के लिए काफी पैसा खर्च किया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक राज्य सरकार 5,579 बसों के जरिये इन लोगों को रैली में लेकर आएगी. सरकार ने बाड़मेर जिला प्रशासन और जिलाधिकारियों को भी आदेश दिया है कि वे रैली में 5,000 लाभार्थियों को लेकर आएं. इसके लिए 24.10 लाख रुपये मुहैया कराए गए हैं.
इसके अलावा भरतपुर जिला प्रशासन ने पांच लाभार्थियों को चुना है जो प्रधानमंत्री से बात करेंगे. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक इसके लिए इन्हें बाकायदा प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की बात का कैसे जवाब देना है. इनमें से एक हैं मंजू देवी जिन्होंने बाद में प्रधानमंत्री से होने वाली बातचीत में भाग लेने से इनकार कर दिया. उनका कहना है, ‘मेरी बेटी के जन्म के बाद मुझे राज श्री योजना के तहत दो बार 2,500 रुपये मिले. मुझसे कहा गया कि मैं मोदी की बात का सकारात्मक जवाब दूं और कोई सवाल न करूं.’ अन्य जिलों के लाभार्थियों का भी कहना है कि उन्हें रैली के लिए प्रशिक्षण दिया गया है. राजस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी उपनिदेशक सत्यनारायण चौहान ने भी इसकी पुष्टि की है.
उधर, नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर कांग्रेस का दावा है कि इसमें शामिल होने वाले सभी लाभार्थी भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा, ‘चुनावी साल में लाभार्थियों के नाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ इकट्ठा करने से भाजपा का इरादा पता चलता है. वह हर हाल में यह चुनाव जीतना चाहती है.’
Be the first to comment