ताजे फलो के चक्कर में कही पुराने फल तो नहीं खा रहे हो

 

सेहत बनाने के लिए अक्सर ताजे फल खाने की सलाह दी जाती है। मगर कभी सोचा है कि जो फल आप अपनी सेहत बनाने के लिए खा रहे हैं, वह आखिर हैं कितने पुराने? हममें से ज्यादातर लोगों का इस तरफ ध्यान ही नहीं जाता है। एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए अध्ययन में पता चला है कि हम जो फल खाते हैं, वह 70 दिन से लेकर एक साल तक पुराने हो सकते हैं। इसलिए ताजा फल खाने की जो सोच है वो अब कारगर नहीं रही है।
आजकल लोग ज्यादातर खरीरदारी सुपरमार्केट से करते हैं। यहां मिलने वाले फल और सब्जियों की उम्र का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है, क्योंकि यहां एक खास वातावरण में फल व सब्जियों को रखा जाता है। इस वजह से सुपरमार्केट में फलों व सब्जियों की मौजूदगी का मौसम से कोई लेना-देना नहीं होता है। विश्व प्रसिद्ध सुपरमार्केट में हुए अध्ययन में इसका खुलासा हुआ है कि लोगों तक पहुंचने वाला सबसे आम फल केला 70 दिन तक पुराना हो सकता है।
केला : बीते सप्ताह एक ब्रिटिश कंपनी ने एक ऐसी तकनीक विकसित करने का दावा किया है, जिससे केले के पकने की प्रक्रिया धीमे होगी और अधिक समय तक स्टोर कर रखे जा सकेंगे। इसका मतलब यह हुआ कि उन्हें लैटिन अमेरिका या कैरिबियाई देशों से दूर देशों में भेजने में लगने वाले समय के दौरान खराब होने की गुंजाइश कम होगी। सुपरमार्केट भी चाहते हैं फल उनके पास अधपके हालत में पहुंचें, ताकि ग्राहक के खरीदने तक वह पूर्ण विकसित हो जाएं। स्ट्रॉबेरी : यह फल मूल रूप से भारत में नहीं होता है, यहां ज्यादातर इसका आयात किया जाता है। अब से 25 साल पहले तक जहां छह हफ्तों तक स्ट्रॉबेरी का मौसम होता था, वहीं अब यह छह महीने तक रहता है। ब्रिटेन के अलावा यह स्पेन, मोरक्को और मिस्र में भी उगाई जाती है। यह काफी जल्दी खराब हो जाती है, इस लिए इसके सुबह-सुबह तोड़ा जाता है और सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम तापमान में रखा जाता है। यह फल ग्राहक के पास पहुंचते-पहुंचते दो हफ्ते पुराना हो जाता है।
अन्नास : यह फल ग्राहक के पास जब तक पहुंचता है, तब तक चार हफ्ते पुराना हो चुका होता है। विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर इस फल के जूस की ज्यादा मांग रहती है। अन्नास को तभी तोड़ा जाता है, जब वह पक जाता है। तोड़ने के बाद इसे नहीं पकाया जाता है, और यह जल्दी खराब भी हो जाता है। इसे खराब होने से बचाने के लिए सात से 12 डिग्री सेल्सियस तापमान पर तीन से चार हफ्ते तक स्टोर किया जाता है।
अंगूर : अंगूर को दो से छह माह तक संग्रह कर रखा जा सकता है। इन्हें लंबे समय तक रखने और खराब होने से बचाने के लिए शून्य तापमान पर रखा जाता है। इसके अलावा खराब होने से बचाने के लिए इन पर सल्फर डाईऑक्साइड का भी छिड़काव किया जाता है। इसके कारण कुछ लोगों को एलर्जी भी हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि सुपरमार्केट से खरीदे गए अंगूर को फ्रिज में रखना चाहिए और इन्हें एक से दो हफ्तों के भीतर खा कर खत्म कर देना चाहिए।
संतरा : ग्राहक के घर पहुंचने तक संतरा करीब-करीब तीन महीने तक पुराना हो सकता है। इन्हें तोड़ने के बाद ठंडे में रखा जाता है, ताकि खेतों की गर्मी इसमें से निकल जाए। इसके बाद इन्हें शून्य से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा जाता है। इसकी नमी बरकरार रखने के लिए और कीड़ों से बचाने के लिए वैक्स का व कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाता है। सेब : आपके घर पहुंचने तक सेब तकरीबन एक साल यानी 12 माह तक पुराना हो चुका होता है। पेड़ से टूटने के बाद इन्हें ठंडे वेयरहाउस में रखा जाता है। सड़ने से बचाने और देर से पकने के लिए इनके ऊपर कुछ गैंसों का छिड़काव भी किया जाता है।
खरबूज या तरबूज : खरबूज या तरबूज खेत से बाहर आने के बाद तेजी से पकते हैं, लिहाजा इन्हें काफी सावधानी से स्टोर करना होता है। इन्हें सुबह-सुबह तोड़ा जाता है और तीन से 10 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा जाता है। इस तरह यह ग्राहक तक पहुंचते-पहुंचते दो से चार हफ्ते पुराने हो चुके होते हैं।

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