कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बार फिर मोदी सरकार पर रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, “मोदी ने दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए 1 लाख करोड़ की नई फाइटर प्लेन डील शुरू कर दी है।” इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राफेल डील को लेकर सौदेबाजी का आरोप लगा चुके हैं। ताजा मामला एयरफोर्स की 110 फाइटर जेट्स की डील का है। इसके लिए वायुसेना ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।राहुल ने कहा , “एक लाख करोड़ की फाइटर जेट डील के लिए टेंडर फिर से शुरू हो गए हैं। मोदी के दोस्तों ने स्ट्रैटजिक पार्टनर्स के साथ साझेदारी करने के लिए दौड़ शुरू कर दी है। राफेल डील से खजाने को 40 हजार करोड़ का नुकसान हुआ। ये पैसा फ्रांस के लिए था ताकि प्रधानमंत्री अपने दोस्तों के लिए फिर से डील कर सकें।”भारतीय वायुसेना को 110 फाइटर जेट्स की जरूरत है। आईएएफ ने वेबसाइट पर कंपनियों के लिए ‘रिक्वेस्ट फॉर इन्फॉर्मेशन’ (आरएफआई) जारी किए हैं।
डील के लिए पहला नाम बोइंग का है। इसके अलावा लॉकहीड मार्टिन, डसॉल्ट और साब जैसी कंपनियां भी टेंडर की होड़ में शामिल रहेंगी। फाइटर प्लेन मेक इन इंडिया के तहत तैयार किए जाएंगे। बता दें कि वायुसेना और नेवी को 400 सिंगल और दोहरे लड़ाकू विमानों की जरूरत है।
23 सितंबर, 2016 को फ्रांस के रक्षामंत्री ज्यां ईव द्रियां और भारत के रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने नई दिल्ली में राफेल सौदे पर साइन किए थे। इसके तहत भारत को 36 करीब 630 अरब रुपए में राफेल फाइटर जेट मिलेंगे। पहला विमान 2019 में मिलेगा। इससे पहले राहुल ने एक रैली के दौरान कहा था, “डिफेंस मिनिस्टर कहती हैं कि राफेल एयरक्राफ्ट्स के लिए कितना पेमेंट किया गया, ये हम नहीं बता सकते। इसका मतलब ही ये कि डील में स्कैम हुआ। मोदी जी खुद पेरिस गए थे। उन्होंने डील में चेंज कराए। पूरा देश ये जानता है।”
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