पेपर लीक: 10वीं गणित का पेपर दोबारा नहीं कराएगा सीबीएसई

सीबीएसई बोर्ड के 10वीं के छात्रों को एक बड़ी राहत मिली है क्योंकि 10वीं की सीबीएसई मैथ्स की परीक्षा फिर से नहीं होगी. सीबीएसई ने दोबारा परीक्षा न कराने का फैसला किया. पेपर लीक मामले की जांच के बाद ये फैसला लिया गया.

 

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अनिल स्वरूप ने कहा, सीबीएसई 10वीं क्लास के मैथ्स के कथित पेपर लीक के प्रभाव का मूल्यांकन करने और छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने फैसला किया है कि दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा समेत देश भर में रि-एग्जाम नहीं कराएगा.

इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने सीबीएसई से सवाल किया था कि यदि वह 10वीं की मैथ्स की दोबारा परीक्षा करवाना चाहता है, तो उसकी योजना क्या है. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी. हरि शंकर की पीठ ने याचिका पर सुनवाई करते हुए सीबीएसई से कहा कि वह 10वीं की मैथ्स की संभावित पुन: परीक्षा कराने की योजना से उसे अवगत कराए. सीबीएसई ने अदालत को सूचित किया था कि वह नए सिरे से परीक्षा की तिथि घोषित करने से पहले लीक की गंभीरता और व्यापकता का आकलन कर रहा है.

कोर्ट ने सीबीएसई की 12वीं के इकोनॉमिक्स और 10वीं के मैथ्स का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले की जांच कोर्ट की निगरानी में कराने की मांग करने वाली याचिका पर सीबीएसई और केन्द्र से जवाब भी मांगा था.

संक्षिप्त सुनवाई के दौरान पीठ ने सीबीएसई से पूछा कि वह कैसे पुन: परीक्षा के लिए जुलाई तक इंतजार कर सकता है और विद्यार्थियों को यूं अधर में लटकाये रह सकता है. कोर्ट ने कहा कि इससे ना सिर्फ छात्रों का शैक्षणिक वर्ष बर्बाद होगा बल्कि यह उनके सिर पर नंगी तलवार लटकते रहने जैसा है. सीबीएसई ने कहा था कि उसने 10वीं की मैथ्स की पुन: परीक्षा करवाने पर अभी तक फैसला नहीं लिया है. वह अभी आंकलन कर रही है कि पर्चा पूरे देश में लीक हुआ था या सिर्फ दिल्ली और हरियाणा में.

वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर मैसेज सर्कुलेट हो रहे थे कि सीबीएसई ने 10वीं की मैथ्स की परीक्षा 30 अप्रैल को कराने का फैसला किया है. इस पर बोर्ड के अधिकारियों ने कहा था कि कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशंस के नाम से एक फर्जी लैटर सोशल मीडिया पर घूम रहा है, इसमें कहा गया है कि 10वीं की मैथ्स की परीक्षा 30 अप्रैल को होगी. ये लैटर फर्जी है.

 

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