उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है की देश का संविधान लिखने वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम में अब आधिकारिक तौर पर ‘रामजी’ शब्द भी जुड़ने वाला है। भीमराम अंबेडकर का नाम बदलकर डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर करने के लिए योगी सरकार ने बुधवार को निर्देश जारी कर सभी विभागों और लखनऊ व इलाहाबाद में हाईकोर्ट बेंचों को दस्तावेजों और रिकॉर्ड्स में ‘डॉ भीमराव अंबेडकर’ की जगह ‘डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर’ का इस्तेमाल करने को कहा है।
आपको बता दें कि यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का नाम सही लिखने का सुझाव दिया था। इस प्रस्ताव को यूपी सरकार ने हरी झंडी दे दी है। बुधवार को यूपी सरकार ने सभी सरकारी दस्तावेजों में भीमराव अंबेडकर के नाम में रामजी को जोड़ने का आदेश जारी किए हैं।
On Governor Ram Naik's recommendation, UP Government passes order to officially introduce word ‘Ramji’ as the middle name of Dr BR Ambedkar in all documents and records in the state pic.twitter.com/UYJOhHgIOE
— ANI UP (@ANINewsUP) March 29, 2018
अंग्रेजी में अंबेडकर की स्पेलिंग में बदलाव नहीं किया जाएगा. लेकिन हिंदी में इसमें बदलाव किए जाएंगे, ताकि उनका नाम ‘आंबेडकर’ के तौर पर पुकारा जाए. बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर महासभा के निदेशक डॉ लालजी प्रसाद ने कहा कि ये अभियान राज्यपाल राम नाईक के नेतृत्व में 2017 में शुरू किया गया था. राज्यपाल ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और महासभा को लिखा था और अंबेडकर की गलत स्पेलिंग को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी. उन्होंने आगे कहा कि रामजी उनके (अंबेडकर) पिता थे और महाराष्ट्र में बेटों के नाम के बीच में पिता का नाम इस्तेमाल किया जाता है.
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