उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग चार दिनके चीन दौरे पर बीजिंग पहुंचे हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथसंभावित मुलाकात से पहले उनकी चीन यात्रा को बड़ी कूटनीतिक रणनीति के तौर पर देखाजा रहा है।
नॉर्थ कोरिया का तानाशाह का 2011 में सत्ता संभालने के बाद उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग पहली बार किसी विदेश यात्रा पर निकले हैं और उनका पहला पड़ाव चीन है। वे चार दिन की चीन यात्रा पर बीजिंग पहुंचे। उनके साथ पत्नी री सोल जू भी हैं। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने इस खबर की पुष्टि की है। इसके मुताबिक, किम जोंग और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत हुई है। एजेंसी ने किम और शी चिनफिंग की हाथ मिलाते हुए तस्वीर भी जारी की है।
At the invitation of Chinese President #XiJinping, #KimJongUn, top leader of the Democratic People's Republic of Korea, pays an unofficial visit to China from Sunday to Wednesday. https://t.co/9kzte1oxYJ pic.twitter.com/LrVXqCi5fF
— China Plus News (@ChinaPlusNews) March 28, 2018
जापानी मीडिया ने सोमवार को खबर दी थी कि उत्तर कोरिया का एक उच्च अधिकारी ट्रेन से चीन पहुंचा है। यह अधिकारी और कोई नहीं बल्कि खुद प्योंगयांग के नेता किम जोंग-उन थे।
#China values friendly cooperative ties with the DPRK and is willing to work together with the #DPRK to promote regional peace, stability, and development, #XiJinping tells Kim Jong Un pic.twitter.com/cs7xAGiqAo
— CGTN (@CGTNOfficial) March 28, 2018
शिन्हुआ के मुताबिक, किम जोंग उन ने कहा कि उत्तर कोरिया अमेरिका के साथ वार्ता करना चाहता है और साथ ही दोनों देशों का शिखर सम्मलेन भी कराना चाहता है। कहा जा रहा है कि चीन और उत्तर कोरिया दोनों ने मिलकर परमाणु प्रसार रोकने का भी संकल्प लिया है। एजेंसी का कहना है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी उत्तर कोरिया का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और अब जल्द ही जिनपिंग भी उत्तर कोरिया का दौरा करेंगे।
Kim Jong Un says North Korea is willing to have the dialogue with the United States and hold a summit of the two countries: Xinhua News
— ANI (@ANI) March 28, 2018
चीन काफी समय से उत्तर कोरिया का सहयोगी रहा है। लेकिन संयुक्त राष्ट्र की पाबंदियां लगने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया था। अमेरिका के दबाव के बाद चीन ने उत्तर कोरिया को तेल और कोयला जैसी जरूरी चीजों की आपूर्ति भी रोक दी थी।
गोपनीय तरीके से चलते रहे हैं चीन-नॉर्थ कोरिया के रिश्ते
– चीन और नॉर्थ कोरिया पड़ोसी देश हैं और दोनों के रिश्ते हमेशा गोपनीय तरीके से चलते रहे हैं। किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल II भी खुफिया तरीके से चीन जाते थे। नॉर्थ कोरिया के एटमी प्रोग्राम के चलते अमेरिका से उसके रिश्तों में तनाव चल रहा है। नॉर्थ कोरिया अब तक 6 न्यूक्लियर टेस्ट कर चुका है।
– हाल ही में उन ने डोनाल्ड ट्रम्प को बातचीत का न्योता भेजा था, जिसे ट्रम्प ने स्वीकार भी कर लिया था। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं की मई में मुलाकात हो सकती है।
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