कांग्रेस ने स्मृति ईरानी के कामकाज के तरीकों पर उठाए सवाल, PM मोदी से मांगा जवाब

कांग्रेस ने केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी के कामकाज के तौर -तरीकों पर सवाल उठाते हुए शनिवार (3 मार्च) को आरोप लगाया कि उनकी मनमानी ‘सनक’ का खामियाजा दूरदर्शन और आकाशवाणी के कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर मंत्री से आठ सवाल पूछे हैं और कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन पर मौन क्यों हैं।

बता दें कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से कथित तौर पर स्मृति ईरानी के मंत्रालय में पिछले कुछ समय बड़े स्तर पर अधिकारियों को ट्रांसफर किए जाने की शिकायत करने वाले अधिकारी को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने द्वारा तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि मंत्री इन कर्मचारियों का वेतन रोक कर उन्हें किस बात की सजा दे रही हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने पूछा है कि फिल्म समारोह का प्रसारण निजी कंपनी को क्यों दिया गया और इसके लिए प्रसार भारती को उस कंपनी को 2़.92 करोड़ रूपये की अदायगी क्यों की जानी चाहिए।

उन्होंने पूछा कि मंत्री ने दो माह में आईआईएस समूह ‘ए’ के 500 में से 140 अधिकारियों और आईआईएस एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिंद्य सेनगुप्ता का तबादला क्या उन्हें दंडित करने के लिए किया है। सुरजेवाला ने यह भी पूछा है कि श्रीमती ईरानी को संपादकीय के दो पदों पर पत्रकारों को ज्यादा वेतन पर रखने के लिए प्रसार भारती पर क्यों दबाव बनाना चाहिए जबकि संस्था उन्हें इतनी राशि देने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि इन दो पत्रकारों में से एक उनका गैर अधिकारिक मीडिया सलाहकार है।

कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर मंत्री से आठ सवाल पूछे हैं और कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन पर मौन क्यों हैं? उन्होंने भारतीय सूचना सेवा (आईाआईएस) के अधिकारियों का व्यापक पैमाने पर तबादला किये जाने, गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह के प्रसारण का काम दूरदर्शन के बजाय एक निजी कंपनी को दिये जाने, दूरदर्शन और आकाशवाणी के कर्मचारियों का वेतन रोके जाने पर सवाल खड़े किये है।

सुरजेवाला ने यह भी पूछा है कि ईरानी को संपादकीय के दो पदों पर पत्रकारों को ज्यादा वेतन पर रखने के लिए प्रसार भारती पर क्यों दबाव बनाना चाहिए जबकि संस्था उन्हें इतनी राशि देने की स्थिति में नहीं है? उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि इन दो पत्रकारों में से एक उनका गैर अधिकारिक मीडिया सलाहकार है?

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