IPL 2018 FINAL, CSK vs SRH :चेन्नई तीसरी बार बना आईपीएल चैंपियन

शेन वॉटसन आईपीएल के सीजन 11 के फाइनल मुकाबले में सबसे बड़ा आकर्षण साबित होंगे ये उनकी पारी की शुरुआत देखकर कोई नहीं बता सकता था. शेन वॉटसन ने अपनी शुरुआती दस गेंदों पर कोई रन नहीं बनाया था. जब उन्होंने खाता खोला तो उस समय तक 21 गेंदों का खेल हो चुका था. यहां तक की पहले पांच ओवर में चेन्‍नई सुपर किंग्‍स एक विकेट खोकर केवल 20 रन बना सकी थी. फिर उसका मुकाबला भी इस सीजन की सबसे बढ़िया गेंदबाजी वाली टीम से था. लेकिन शेन वॉटसन जब लय में आए तो उन्हें रोकना मुश्किल हो गया. शेन वॉटसन के तूफानी शतक के दम पर चेन्नई ने सनराइजर्स हैदराबाद को आठ विकेट से हरा कर तीसरी बार आईपीएल खिताब अपने नाम कर लिया. चेन्नई ने इससे पहले 2010 और 2011 में आईपीएल खिताब जीता था, लेकिन 2012, 2013 और 2015 में उसे फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था

वॉटसन ने 11वीं गेंद पर खाता खोला, लेकिन इसके बाद उन्होंने आक्रामक बल्लेबाजी का जबर्दस्त नमूना पेश करके 57 गेंदों पर 11 चौकों और आठ छक्कों की मदद से नाबाद 117 रन बनाए जिससे चेन्नई ने धीमी शुरुआत से उबरकर केवल 18.3 ओवर में दो विकेट पर 181 रन बनाकर 2011 के बाद खिताब जीता. वॉटसन के अलावा सुरेश रैना ने 25 गेंदों पर 32 रन और अंबाती रायुडू ने 19 गेंदों पर नाबाद 17 रन बनाए. सनराइजर्स ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर छह विकेट पर 178 रन बनाए. उसकी तरफ से कप्तान केन विलिमयसन ने 36 गेंदों पर 47 रन बनाए जबकि यूसुफ पठान ने 25 गेंदों पर 45 रन की नाबाद पारी खेली. शिखर धवन ने 25 गेंदों पर 26, शाकिब अल हसन ने 15 गेंदों पर 23 रन और कार्लोस ब्रेथवेट ने 11 गेंदों पर 21 रन का योगदान दिया.

शेन वॉटसन ने इस सीजन में दूसरा शतक लगाया

शेन वॉटसन ने आईपीएल के इस सीजन में अपना दूसरा शतक लगाया. यह आईपीएल में उनका चौथा शतक था. यह आईपीएल के फाइनल मुकाबले में किसी बल्लेबाज द्वारा लगाया गया सर्वोच्च स्कोर है. वह साहा (2014) के बाद आईपीएल फाइनल में शतक जड़ने वाले दूसरे बल्लेबाज बने. महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने दो साल के बैन के बाद लीग में वापसी की. शुरुआत में इस टीम को उम्रदराज खिलाड़ियों की टीम कहा जा रहा था. माना जा रहा था कि टी-20 जैसे तेज खेल में ये खिलाड़ी शायद फिट न हो पाएं लेकिन इस टीम ने इसे गलत साबित किया. सनराइजर्स की टीम दूसरी बार फाइनल खेल रही थी. वह 2016 में चैंपियन बनी थी.

शुरुआत धीमी रही चेन्नई की

सनराइजर्स और चेन्नई दोनों की शुरुआत धीमी रही. अगर चेन्नई के गेंदबाजों ने पहले चार ओवर में 17 देकर एक विकेट लिया तो हैदराबाद ने पहले पांच ओवर में केवल 20 रन दिए और पिछले मैच के नायक फाफ डुप्लेसी (10) को पवेलियन भेजा. भुवनेश्वर कुमार का पहला ओवर मेडन था. उनके दूसरे ओवर में पांच रन बने, लेकिन तब ओवरथ्रो से गेंद सीमा रेखा पार चली गई थी. वॉटसन ने चौथे ओवर में 11वीं गेंद का सामना करके चौका लगाकर अपना खाता खोला. संदीप शर्मा ने इस ओवर में डुप्लेसी को अपनी गेंद पर कैच कर दिया जो लाफ्टेड ड्राइव करना चाहते थे. वॉटसन हालांकि इसके बाद अपने असली रंग में दिखे. उन्होंने संदीप के अगले ओवर में लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगाया जिससे चेन्नई पावरप्ले के बाद 35 रन तक पहुंच पाया. उन्होंने सिद्धार्थ कौल का स्वागत छक्के से किया और फिर इस गेंदबाज अगले ओवर में भी निशाने पर रखा जिससे चेन्नई खराब शुरुआत से उबरने में सफल रहा.

अंबाती रायुडू ने विजयी चौका लगाया

कौल ने अपने पहले दो ओवर में 32 रन दिए. राशिद खान (चार ओवर में 25 रन) ने प्रभाव छोड़ा, लेकिन दूसरे छोर से कोई गेंदबाज नहीं चल रहा था. शाकिब भी अपने पहले ओवर में 15 रन लुटा गए. संदीप शर्मा जब दूसरा स्पैल करने के लिए आए तो वॉटसन ने उनके एक ओवर में लगातार तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 27 रन बटोरे. पहले दो ओवरों में दस रन देने वाले संदीप ने चार ओवर में 52 रन लुटाए. वॉटसन ने राशिद पर एक रन लेकर 51 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया. रायुडू ने विजयी चौका लगाया.

चाहर और एंगिडी ने नहीं दिया मौका

इससे पहले दीपक चाहर (चार ओवर में 25 रन) और लुंगी एंगिडी (चार ओवर में 26 रन देकर एक विकेट) ने शुरू में सनराइजर्स के बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया जिससे पहले चार ओवर में केवल 17 रन बने, एक बार गेंद सीमा रेखा के बाहर गई और श्रीवत्स गोस्वामी (पांच) रन आउट होकर पवेलियन लौटे. विलियमसन और धवन ने अगले दो ओवरों में एक-एक छक्का लगाया जिससे सनराइजर्स पावरप्ले समाप्त होने तक 42 रन तक पहुंच पाया.

विलियमसन ने 700 रन पूरे किए

इस बीच विलियमसन ने आईपीएल 2018 में 700 रन भी पूरे किए. सनराइजर्स ने जल्द ही धवन का विकेट गंवा दिया जो रन बनाने के लिए जूझ रहे थे. धवन की जगह लेने के लिए उतरे शाकिब ने हालांकि जडेजा के अगले ओवर में छक्का और चौका जड़कर अच्छी शुरुआत की. कर्ण शर्मा ने विलियमसन को अर्धशतक पूरा नहीं करने दिया. हरभजन सिंह की जगह अंतिम एकादश में जगह बनाने वाले इस लेग स्पिनर ने सनइराजर्स के कप्तान को आगे बढ़ने के लिए ललचाया और महेंद्र सिंह धौनी ने बाकी काम पूरा करने में देर नहीं लगाई. विलिमयसन ने अपनी पारी में पांच चौके और दो छक्के लगाए. पठान रंग में दिख रहे थे. कर्ण और एंगिडी पर लगाए छक्कों से उन्होंने अपनी बाजुओं के दम पर अच्छा नमूना पेश किया.

ब्रेथवेट ने लगाए तीन छक्के

शाकिब रणनीतिक बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन ड्वेन ब्रावो की गेंद पर वह सही टाइमिंग से शॉट नहीं लगा पाए और कवर पर खड़े सुरेश रैना को कैच दे बैठे। दीपक हुड्डा (तीन) आते ही पवेलियन लौट गए. चेन्नई के खिलाफ पिछले मैच में नाबाद 43 रन की पारी खेलने वाले ब्रेथवेट ने पारी की अंतिम गेंद पर कैच थमाने से पहले तीन छक्के लगाए लेकिन वह और पठान आखिरी दो ओवरों में अपेक्षित रन नहीं जुटा पाए. एंगिडी और शार्दुल ठाकुर के इन दो ओवरों में केवल 18 रन बने.

 

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