दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने सोमवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री एम जे अकबर द्वारा दायर मानहानि के मामले में पत्रकार प्रिया रमानी को जमानत दे दी है। जमानत मिलने के बाद प्रिया रमानी ने कहा कि अगली सुनवाई में मेरा पक्ष सुना जाएगा और सच्चाई ही मेरा बचाव होगा।
एमजे अकबर की मानहानि के मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने पत्रकार प्रिया रमानी को जमानत दे दी है। कोर्ट ने पत्रकार प्रिया रमानी को 10,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी। अब अगली सुनवाई की 8 मार्च को होगी। बता दें कि ‘मी टू’ अभियान के दौरान प्रिया रमानी ने एमजे अकबर के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था। इस आरोप के खिलाफ एमजे अकबर ने मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जिसमें प्रिया रमानी को बतौर आरोपी समन किया गया था।
Delhi's Patiala House Court grants bail to journalist Priya Ramani on a personal bail bond of Rs 10,000. Next date of hearing is 8 March. https://t.co/nOgqS9Bg6G
— ANI (@ANI) February 25, 2019
जमानत मिलने के बाद पत्रकार प्रिया रमाणी ने कहा, “अगली तारीख 10 अप्रैल है, जिसमें मुझ पर आरोप तय किए जाएंगे। उसके बाद मेरा पक्ष सुना जाएगा। सच्चाई ही मेरा बचाव होगा।”
Journalist Priya Ramani after being granted bail by Patiala House Court in connection with criminal defamation complaint by MJ Akbar: The next date when they will frame the charges against me is April 10. After that it will be my turn to tell my story. The truth is my defence. pic.twitter.com/mxRadNVYua
— ANI (@ANI) February 25, 2019
इससे पहले एमजे अकबर की वकील गीता लूथरा और वकील संदीप कपूर ने कोर्ट से कहा था कि प्रिया रमानी ने अकबर की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है, जिसे बनाने के लिए उन्होंने सालों तक कड़ी मेहनत की थी।
वहीं प्रिया रमानी ने कहा था, “मेरे ऊपर आपराधिक मानहानी का मुकदमा दायर कर अकबर ने अपना रुख साफ कर दिया है कि कई महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों पर बात करने के बजाय, वो डरा कर लोगों को चुप कराना चाहते हैं।”
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में प्रिया रमानी ने एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जिसके बाद मोदी सरकार में अपने कैबिनेट पद से इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि एमजे अकबर ने यौन उत्पीड़न के आरोपों का खंडन भी किया था। रमानी उन महिला पत्रकारों की लंबी सूची में पहली हैं। प्रिया रमानी के बाद गजाला वहाब, शुमा राहा, अंजू भारती और शुतापा पॉल सहित करीब 12 महिलाओं ने सोशल मीडिया के जरिए एमजे अकबर पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इनमें से किसी ने भी अकबर के खिलाफ शिकायत नहीं की है। ये आरोप मी टू अभियान के तहत लगाया था।
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