सोनिया ने कहा – 2019 में Congress पार्टी सत्ता में वापसी करेगी, मोदी सरकार के ‘अच्छे दिन’ का हाल भी ‘इंडिया शाइनिंग’ जैसा ही होगा।

कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और पार्टी संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में एक गहरे आत्मविश्लेषी भाषण में अपने बच्चों, अपनी कमियों और भारत में लोकतंत्र की भूमिका समेत कई विषयों पर बात की। पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने के बाद यह पहला मौका है जब उन्होंने इस तरह से खुलकर बात की।

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव  में सोनिया गांधी ने कहा कि बीजेपी 4 साल में किए गए एक भी वादे को पूरा नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा, ‘2019 में मुख्य मुद्दा बीजेपी द्वारा बीते 5 साल के दौरान किए गए वादे होंगे क्योंकि पूरा कार्यकाल खत्म होने के बाद भी उनके सारे वादे सिर्फ सुनहरे वादे ही रह गए। मुझे पूरा भरोसा है कि बीजेपी के अच्छे दिन का हाल एक बार फिर ‘शाइनिंग इंडिया’ जैसा होने जा रहा है। हम 2019 में वापसी करेंगे।’

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में सोनिया ने साफ तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र में चर्चा और मतभेद दोनों स्वीकार्य हैं, पर एकालाप नहीं। उन्होंने इस बात पर भी खेद जताया कि राष्ट्र निर्माताओं को बदनाम किया जा रहा है।

यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। सोनिया ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने कांग्रेस की छवि एक मुस्लिम पार्टी के तौर पर गढ़ी, जिससे पार्टी को चुनाव में नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता और वह स्वयं मंदिर जाती रही हैं।

सोनिया गांधी ने कहा कि राजनीति आज एक अलग दौर से गुजर रही है। लोकतंत्र में खुली बहस की छूट होनी चाहिए, लेकिन आज अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष विरोध की आवाजों को दबाने की कोशिश कर रहा है और संविधान के सिद्धांतों पर प्रहार किया जा रहा है।

सोनिया गांधी ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया कि संसद में विपक्ष को बोलने भी नहीं दिया जाता है। सोनिया ने कहा, ‘हम कई मुद्दों पर बहस भी नहीं कर पाते हैं। सरकार न जाने क्यों चर्चा से भागती है।’ इस दौरान उन्होंने कहा कि विचारों मामले पर भले ही उनकी पार्टी वाजपेयी से सहमत न हो, लेकिन वाजपेयी सरकार में संसदीय परंपराओं के लिए काफी सम्मान था। इस मामले में मोदी सरकार पीछे छूट गई है।

comparisons between Atal Bihari Vajpayee and Narendra Modi, Sonia Gandhi said that “he (Vajpayee) had great respect for parliamentary procedure and the then Speaker was what a Speaker ought to be”.

“We worked very well with Vajpayee”, she said, adding that the “present situation is such that there is no accommodating spirit”.

 

सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने के बाद अब उनके पास अधिक समय है। वह कई मायनों में चिंतामुक्त हुई हैं। लिहाजा इस समय में वह राजीव गांधी से जुड़े पुराने दस्तावेजों को पढ़ने और परिवार की जिम्मेदारी निभाने में लगी हैं। राहुल गांधी के बारे में पूछे जाने पर सोनिया गांधी ने कहा, ‘राहुल अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। जैसे हर व्यक्ति का काम करने का अपना अलग तरीका होता है, वैसे ही राहुल भी अपने ढंग से काम कर रहे हैं। यदि किसी विषय पर राहुल मुझसे चर्चा करते हैं तो मैं उन्हें सलाह देती हूं। वह नए लोगों को आगे लाना चाहते हैं।’

 

 

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*