एक हो सकता है नेहरू-गांधी परिवार? मेनका गांधी के हालिया कदमों से बीजेपी में बढ़ी हलचल

भारतीय जनता पार्टी के भीतर इस बात की चर्चा जोरों पर हैं कि गांधी परिवार के दो धड़े करीब आ सकते हैं। यवतमाल में ‘नरभक्षी’ बाघिन अवनी की हत्‍या को लेकर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने जिस तरह महाराष्‍ट्र के वन मंत्री सुधीर मुंगतीवार पर ट्विटर व सार्वजनिक रूप से हमला बोला है, उससे भाजपा के कई बड़े नेता नाराज हैं। मुंगतीवार कैबिनेट के दूसरे सबसे महत्‍वपूर्ण मंत्री हैं। ओबीसी समुदाय से आते हैं और संघ के पुराने वफादार हैं, मेनका उनपर पहले भी हमलावर रही हैं। मेनका के बेटे वरुण भी पार्टी हाईकमान से खुद को पूरी तरह अलग कर चुके हैं। पार्टी ने उनसे 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान उत्‍तर प्रदेश में प्रचार न करने को कहा था।

बीजेपी को शक है कि गांधी परिवार राजनैतिक रूप से एक हो सकता है। हाल ही में सोनिया गांधी ने अपनी देवरानी के मंत्रालय द्वारा महिलाओं के लिए आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की थी। सोनिया की मौजूदगी भले ही विषय में रुचि की वजह से रही हो, मगर राहुल गांधी ने भी बाघिन की हत्‍या को लेकर आक्रामक रुख अपनाया तो अटकलों को और बल मिला है। महात्‍मा गांधी का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्‍यक्ष ने ट्वीट किया था, ”किसी देश की महानता इस बात से आंकी जा सकती है कि वह अपने जानवरों संग कैसा व्‍यवहार करता है।”

अवनी को मारे जाने पर मेनका ने कहा था, “यह कुछ नहीं बल्कि गंभीर अपराध का मामला है।” मेनका ने यह भी कहा था कि वह मामले को सख्ती से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के समक्ष उठाएंगी। उन्‍होंने कहा था, “मैं निश्चित रूप से जानवरों के प्रति संवेदना की कमी के मामले को उठाने जा रही हूं, कानूनी, राजनीतिक रूप से भी।”

पांच साल की बाघिन अवनी की पहचान ‘टी1’ के रूप में की जाती थी। अवनी ने महाराष्ट्र के विदर्भ जंगलों में आतंक मचाया हुआ था। अवनी को यवतमाल जिले के बोराती गांव के निकट 3 नवंबर की सुबह गोली मार दी गई। अवनी को कैमरा, ड्रोन, प्रशिक्षित खोजी कुत्तों के साथ वन विभाग अधिकारियों व खोजी दल के साथ चलाए गए तीन महीने के अभियान के बाद मारा गया।

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