देश में गैस सिलिंडर की कीमत वर्ष 2018 में तेजी से बढ़ी है। अप्रैल माह में इसकी कीमत 649 रुपये थी, वहीं, अक्टूबर में यह कीमत बढ़कर 875 रुपये तक पहुंच चुकी है। हालांकि, सब्सिडी में बढ़ोत्तरी तो हुई है, लेकिन ऑटोमेटिक सिस्टम के चक्कर में यह राशि कभी उपभोक्ताओं के खाते में पहुंच रही है तो कभी नहीं पहुंच रही। एक अखबार ने गैस उपभोक्ताओं के हवाले से बताया है कि उत्तर प्रदेश के नोएडा में रसोई गैस उपभोक्ताओं का अकाउंट अचानक इनेक्टिव हो रहा है और इस वजह से सब्सिडी राशि नहीं मिल पाती। सबसे ज्यादा परेशानी उन उपभोक्ताओं को हो रही है, जिनसे गैस बुक करते वक्त गलती से जीरो बटन दब जा रहा है। ऑटोमैटिक आईवीआरएस सिस्टम के चक्कर में सब्सिडी गिव इट अप होकर सरकार के खाते में चली जा रही है। ऐसा होने पर उपभोक्ताओं की साल भर की सब्सिडी समाप्त हो जाती है।
अप्रैल में 649 का था, अब 875 का हो गया सिलिंडर, खाते में सब्सिडी का पैसा न आने से भी कई ग्राहक परेशान
एक तो गैस सिलिंडर के दाम में तेजी से बढ़ोत्तरी और उपर से सब्सिडी न मिलना, उपभोक्ताओं पर दोहरी मार पड़ रही है। गैस एजेंसी वाले भी कहते हैं कि आईवीआरएस के चक्कर में लोगों से गलत बटन दब जाता है। कभी अचानक से उपभोक्ताओं का अकाउंट इनएक्टिव हो जाता है, जबकि पता करने पर बैंक वाले कहते हैं कि खाते के साथ किसी तरह की समस्या नहीं है। हालांकि, समस्या को लेकर गैस कंपनी का कहना है कि उपभोक्ताओं पहले गैस एजेंसी के पास शिकायत करें। यदि वहां से समस्या का सामाधान नहीं होता है तो शिकायत हमारे पास आती है। हम उसका समाधान करते हैं।गौर हो कि अप्रैल माह में एलपीजी सिलिंडर का दाम 649 रुपये था, वहीं सब्सिडी 161 रुपये थी। इसी तरह मई माह में सिलिंडर का दाम 646 रुपये सब्सिडी 159 रुपये, जून माह में सिलिंडर का दाम 694 रुपये सब्सिडी 204 रुपये, जुलाई में सिलिंडर का दाम 752 रुपये सब्सिडी 259 रुपये, अगस्त में सिलिंडर का दाम 787 रुपये सब्सिडी 293 रुपये, सितंबर माह में सिलिंडर का दाम 818 रुपये और सब्सिडी 322 रुपये और अक्टूबर माह में सिलिंडर का दाम 875 रुपये व सब्सिडी 379 रुपये है।
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