सर्जिकल स्ट्राइक के 21 महीने बाद सामने आया 8 मिनट का वीडियो, सेना ने PoK में घुस किया था हमला

साल 2016 के सितंबर में पाकिस्तान के खिलाफ की गई जवाबी कार्रवाई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के वीडियो बुधवार को कई टीवी चैनलों पर दिखाए गए। वीडियो में यह दावा किया गया कि पूरा अभियान 6 घंटे तक चला। पहले टारगेट को मध्यरात्रि में निशाना बनाया गया जबकि अंतिम ठिकाने को सुबह 6 से 6.15 के बीच बर्बाद किया गया। कुछ समाचार चैनलों पर आठ मिनट का वीडियो दिखाया गया। हालांकि सेना ने आधिकारिक तौर पर इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है।
वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह भारतीय सेना के कमांडो ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर आतंकियों के चार अलग-अलग ठिकानों को निशाना बनाया गया। आतंकियों के अड्डों को बर्बाद करने के लिए किया गया था ये सर्जिकल स्ट्राइक को भारतीय सेना के पैरा कमांडोज की 8 टीमों ने इस हमले को अंजाम दिया था। पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक करने के बाद सेना के सभी कमाडों सुरक्षित वापस लौट आए थे। ऐसा बताया जा रहा है कि ड्रोन की मदद से सर्जिकल स्ट्राइक का ये वीडियो बनाया गया है।
2016 में सितंबर महीने के दूसरे पखवाड़े में आतंकियों ने उड़ी में सैन्य कैंप को निशाना बनाया था। आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर थी। आम लोगों में भी इस बात का गुस्सा था कि सरकार आखिर क्या कर रही है
उड़ी सैन्य कैंप पर हमले के करीब 10 दिन बाद 28-29 सितंबर को सेना के जांबाज सीमा पार आतंकियों के ठिकाने पर टूट पड़े थे जिसे सर्जिकल स्ट्राइक का नाम दिया गया। इस कार्रवाई के बारे में जानकारी सैन्य अभियान महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने संवाददाता सम्मेलन करके दी थी। तब सिंह ने कहा था, ‘भारतीय सेना ने बीती रात (28-29 सितंबर 2016) नियंत्रण रेखा के पार आतंकी लांच पैडों पर सर्जिकल हमले किए। सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान डीजीएमओ रहे लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह इसी महीने सेना की सबसे महत्वपूर्ण उत्तरी कमान का प्रमुख बनाया गया है।

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