रूस की मुश्किलें बढ़ा सकता है डबल एजेंट की बेटी यूलिया का अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज होना

डबल एजेंट पर जानलेवा हमला मामले ने अमेरिका समेत ब्रिटेन से रूस के रिश्‍तों को बेहद निचले पायदान पर ला दिया है। इसकी बदौलत तीनों देशों की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ कई बड़े फैसले तक लिए गए हैं। इनमें राजनयिकों की बर्खास्‍तगी तक शामिल है। इतना ही नहीं रूस बार-बार इस मामले से अपना पल्‍ला झाड़ रहा है और इसमें शामिल होने से साफ इंकार करता रहा है। लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। रूस के डबल एजेंट सर्गी स्क्रिपल की बेटी यूलिया स्क्रिपल को अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज कर दिया गया है। उनको फिलहाल एक गुप्‍त जगह पर ले जाया गया है। माना जा रहा है कि उन्‍हें सीआईए की मदद से अमेरिका भेजा जाएगा जहां उन्‍हें नई गुप्‍त पहचान दी जाएगी और कड़े सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा। यूलिया के डिस्‍चार्ज होने के बाद उस राज से भी पर्दा उठ सकेगा जो अभी तक या तो वो जानती हैं या फिर उनके पिता जानते हैं।अमेरिका और ब्रिटेन के लिए जहां ये अच्‍छे संकेत हैं वहीं यदि रूस का इस मामले में जरा भी हाथ हुआ तो उसके लिए यूलिया का डिस्‍चार्ज होना बहुत बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है। इतना ही नहीं यह रूस की छवि को वैश्विक मंच पर खराब तक कर सकता है। आपको बता दें कि रूस के लिए यह समय काफी खराब चल रहा है। अमेरिका को रूस के खिलाफ दुनिया के बड़े देशों को एक साथ लाने का एक और मुद्दा मिल गया है। वैसे भी सीरिया का कैमिकल अटैक और अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव में रूस का हस्‍तक्षेप अब भी रूस के लिए गले की हड्डी बना हुआ है। वहीं ब्रिटेन भी डबल एजेंट के मामले के बाद रूस के खिलाफ आ खड़ा हुआ है।गौरतलब है कि यूलिया स्क्रिपल और सर्गी स्क्रिपल पर 4 मार्च को ब्रिटेन के सेल्‍सबरी में नर्व एजेंट से जानलेवा हमला किया गया था। इसके बाद से ही इन दोनों का ईलाज बेहद कड़े सुरक्षा घेरे में किया जा रहा था। डॉक्‍टरों के मुताबिक यूलिया की हालत में तेजी से सुधार होने के बाद उसको अस्‍पताल से डिस्चार्ज कर दिया है। सेल्‍सबरी डिस्ट्रिक हॉस्पिटल के डायरेक्‍टर ब्‍लेनशार्ड ने बताया है कि इन दोनों को बेहद गंभीर हालत में अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन यूलिया ने काफी तेजी से रिकवरी की है। हालांकि उनके 66 वर्षीय पिता सर्गी स्क्रिपल की रिकवरी उस हिसाब से धीमी रही है। ब्‍लेनशार्ड ने यह भी उम्‍मीद जताई है कि आने वाले दिनों में सर्गी को भी अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज कर दिया जाएगा। उनका कहना है कि दोनों के ईलाज से वह काफी संतुष्‍ट हैं।ब्‍लेनशार्ड के मुताबिक यूलिया और सर्गी ने काफी तेजी से रिकवरी की है जो अपने आप में एक कमाल है। हालांकि यह दोनों अभी विभिन्‍न हालातों में हैं और सर्गी भी काफी पॉ‍जीटिव रेस्‍पांस कर रहे हैं। हालांकि अस्‍पताल के डायरेक्‍टर ने यह भी साफ कर दिया है कि फिलहाल सर्गी अस्‍पताल में ही डाक्‍टरों की देखरेख में रहेंगे। आपको बता दें कि इस मामले ने जिस तरह से तूल पकड़ा है उसको देखते हुए यह जल्‍द शांत होने वाला नहीं है। ऐसा इसलिए भी है क्‍योंकि अमेरिका ने इस मामले को यूएन तक में उठाया है। वहीं संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में रूसी राजदूत का कहना है कि इसको लेकर रूस पर गलत आरोप लगाया जा रहा है। उनका यह भी आरोप है कि इसमें किसी दूसरे देश की खुफिया एजेंसी का हाथ हो सकता है और यह रूस को बदनाम करने की एक सोची समझी साजिश का हिस्‍सा है।आपको यहां पर ये भी बता दें कि रूस पर एजेंट की हत्या या इसकी कोशिश का आरोप पहली बार नहीं लगा है। वर्ष 2006 में भी एक रूसी एजेंट एलेक्‍जेंडर लिटविनेंको की हत्‍या रेडियोएक्टिव पदार्थ पोलोनियम 210 खिलाकर कर दी गई थी। इसके बाद भी रूस पर अंगुली उठी थी जिसका रूस की तरफ से खंडन किया गया था। वह 2000 में ब्रिटेन से भागे थे। इसके अलावा ब्रिटेन में रूसी बिजनेसमैन की हत्‍या को लेकर भी मास्‍को के खिलाफ अंगुली उठी थी, लेकिन ब्रिटेन को इसका कोई सबूत नहीं मिल सका था। कहा जाता है कि उन्‍हें रूस में हुए खरबों रुपये के गबन की जानकारी थी।

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