तालिबान शांति वार्ता नहीं चाहता : अमेरिका

एक तरीके से ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के साथ सीधी वार्ता की संभावना से इंकार कर दिया है . अमेरिका को लिखे एक पत्र में इस आंतकी संगठन (तालिबान) ने वार्ता की बात कही थी. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा, “हमने यह पत्र देखा है और हमें इसकी जानकारी है. किसी भी तरह की शांति वार्ता अफगानिस्तान के नेतृत्व में या अफगानिस्तान की ओर से ही होनी चाहिए : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने आज कहा कि तालिबान इस वक्त शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं लग रहा है. साथ ही प्रशासन ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की कोई भी बातचीत अफगानिस्तान के नेतृत्व में या उसके द्वारा ही होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि “दुर्भाग्य से” तालिबान इस वक्त साथ बैठने और शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं लग रहा है. तालिबान के पत्र पर पूछे गए सवाल के जवाब में हीथर ने कहा, “हमें लगता है कि अंतत: वह तैयार हो जाएंगे क्योंकि अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने का यही सबसे अच्छा तरीका है.” साथ ही उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि अफगानिस्तान की स्थिति का कोई सैन्य समाधान होगा और अंतत: इस मामले को राजनीतिक तरीके से सुलझाया जा सकता है .

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