हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त

हिमाचल प्रदेश की ऊंची पहाड़ियों में सोमवार सुबह से ही रुक रुककर बर्फबारी हो रही है, वहीं राज्य के निचले इलाकों में भारी बारिश हुई है.

शिमला के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के चलते सड़कें जाम होने से जनजवीन प्रभावित हुआ जबकि नारकंडा में हिंदुस्तान-तिब्बत सड़क के जाम होने से यातायात को बसंतपुर और किंगल की ओर मोड़ दिया गया.

शिमला जिले के आयुक्त अमित कश्यप ने बताया कि ढली से आगे एहतियाती तौर पर पहले ही यातायात बंद कर दिया गया था लेकिन अब शिमला के ऊपरी इलाकों में सड़कें खुली हैं और रामपुर जाने वाली एचआरटीसी की बसों को बसंतपुर के रास्ते मोड़ दिया गया है.

उन्होंने कहा, ‘शिमला शहर में कहीं भी यातायात बाधित नहीं है और अस्पताल की ओर जाने वाले सभी मार्ग खुले हैं.’

मौसम विज्ञान विभाग के स्थानीय अधिकारी ने ऊंचे एवं मध्य पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने और अगले दो दिनों तक बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया है.

इस बीच कोठी में 15 सेंटीमीटर, केलोंग में 11 सेंटीमीटर, ब्रह्मपुर में 10 सेंटीमीटर, नारकांडा में आठ सेंटीमीटर, ठियोग में तीन सेंटीमीटर, कुफरी में दो सेंटीमीटर, काल्पा में 1.6 सेंटीमीटर, जुब्बाल में 1.3 सेंटीमीटर और मशोह्बरा में 0.5 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई.

राज्य में केलोंग सबसे ठंडा क्षेत्र रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. इसके बाद न्यूनतम तापमान कुफरी में शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस नीचे और काल्पा में शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे रहा.

प्रमुख पर्यटक रिजॉर्ट शिमला और मनाली में न्यूनतम तापमान क्रमश: 0.2 डिग्री सेल्सियस और 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

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