पीओके में मारे गए आतंकियों की संख्या बताकर फंसी बीजेपी, विपक्ष के बाद शिवसेना बोली- सच जानने का देश को अधिकार

भारतीय वायुसेना द्वारा पीओके में घुसकर आतंकी संगठन जैश के ठिकानों पर बमबारी में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर बीजेपी अलग-अलग आंकड़े दे रही है। बीजेपी के इस आंकड़ेबाजी पर विपक्ष पहले ही सवाल उठा चुकी है अब उनकी पार्टी की सहयोगी दल शिवसेना ने भी सवालों के बौछार किए हैं। शिवसेना ने मंगलवार को अपने मुखपत्र ‘सामना’ के सम्पादकीय में कहा कि भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के शिविर पर हुए हवाई हमले में मारे गए लोगों के बारे में जानने का अधिकार है। संपादकीय में कहा गया है कि इस तरह की सूचना दे देने से सशस्त्र बलों का मनोबल कम नहीं होगा।

बीजेपी पर हमला बोलते हुए शिवसेना ने कहा कि 14 फरवरी के पुलवामा हमले से पहले विपक्ष द्वारा उठाए गए ज्वलंत मुद्दे अब ठंडे बस्ते में चले गए हैं। संपादकीय में शिवसेना ने पूछा, “पुलवामा हमले में इस्तेमाल किया गया 300 किलोग्राम आरडीएक्स आया कहां से? आतंकवादी शिविरों पर किए गए हवाई हमलों में कितने आतंकवादी मारे गए? इन पर चर्चा चुनाव के अंतिम दिनों तक होती रहेगी, क्योंकि पुलवामा हमले से पहले मंहगाई, बेरोजगारी और राफेल विमान सौदा विपक्ष के लिए ज्वलंत मुद्दे थे।” इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि राम मंदिर निर्माण, अनुच्छेद 370 और किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दे भी खाक हो गए।

बीजेपी नेताओं द्वारा पीओके में मारे गए आतंकियों की अलग-अलग आंकड़ा देने को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। साथ ही मारे गए आतंकियों के आंकड़ों को लेकर भी सवाल उठाये हैं। उन्होंने पूछा कि यह आंकड़े किसने दिए?

इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक चुनावी सभा में भारतीय वायुसेना द्वरा पीओके में कार्रवाई के दौरान मारे आतंकियों की संख्या के बारे में जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि इस हमले में 250 आतंकी मारे गए थे। अमित शाह के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि वायुसेना की बमबारी में 400 आतंकी मारे गए थे। जबकि वायुसेना यह साफ कर चुका है कि उसे इस बारे में जानकारी नहीं कि पीओके में उसके द्वारा की गई कार्रवाई में कितने आतंकी मारे गए थे। वायुसेना प्रमुख बीएस धनोवा ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि हमारा काम टारगेट को हिट करना है न कि मारे गए आतंकियों को गिनना।

वायुसेना प्रमुख के बयान से साफ होता है कि पीओके में ऑपरेशन के दौरान कितने आतंकी मारे गए इसका शायद उनके पास भी कोई सटीक आंकड़ा नहीं है। ऐसे में सवाल यह है कि अगर पीओके में मारे गए आतंकियों के बारे में कोई सटीक आंकड़ा नहीं है तो फिर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और उनकी पार्टी के नेता चुनावी सभाओं में आखिर मारे गए आतंकियों के आंकड़े कैसे पेश कर रहे हैं।

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