राफेल डील: राहुल गांधी ने फिर दी पीएम मोदी को बहस की चुनौती, कहा- चौकीदार लोकसभा में आने से डरते हैं, क्योंकि उन्होंने की है चोरी

नई दिल्ली: राफेल डील (Rafale Deal) को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को बहस की चुनौती दी है. राहुल गांधी ने कहा कि देश के चौकीदार लोकसभा (Lok Sabha) में आने से डरते हैं, क्योंकि चौकीदार ने ही चोरी की है. प्रधानमंत्री मेरे साथ केवल 15 मिनट बहस कर लें. इसके साथ ही एचएएल विवाद पर उन्होंने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman)पर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा कि रक्षामंत्री ने मेरी बातों का जवाब नहीं दिया. सवाल का जवाब देने की बजाय वे ड्रामा कर रही हैं. इसके साथ ही राहुल ने फिर कहा कि रक्षामंत्री ने लोकसभा में झूठ कहा है.

बता दें, राहुल गांधी ने राफेल डील को लेकर पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहस की चुनौती दी थी. राहुल ने बीते गुरुवार को राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 20 मिनट तक डिबेट करने की चुनौती दी थी. राहुल गांधी ने कहा थी कि मुझे पीएम के साथ बहस करने के लिए सिर्फ 20 मिनट का समय दें. राफेल पर आमने-सामने बहस करने दें. मगर उनमें हिम्मत नहीं है.

 

वहीं, उन्होंने निर्मला सीतारमण पर लोकसभा में झूठ बोलने का आरोप भी लगाया था. रविवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण पर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)को एक लाख करोड़ रुपये की खरीद का आदेश देने को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया था. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा था कि एचएएल का कहना है कि उसे ‘एक पैसा भी नहीं मिला.’ इसके बाद एचएएल की सफाई भी आई थी. एचएएल ने रविवार को कहा था कि 83 हल्के लड़ाकू विमानों और 15 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों के ऑर्डर अभी अंतिम चरण में हैं. साथ ही कहा कि उसकी वित्तीय स्थिति में सुधार की संभावनाएं हैं. एचएएल ने यह भी कहा कि उसने अपनी मौजूदा जरूरतें पूरी करने के लिए 962 करोड़ रुपए का ओवरड्राफ्ट (बैंक से धनराशि लेना) लिया था.

 

इसके बाद सोमवार को रक्षामंत्री ने लोकसभा में कहा कि 4 जनवरी को मेरे द्वारा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड पर दिए गए एक बयान पर संशय उठाया जा रहा है. मैं साफ करना चाहती हूं कि साल 2014 से अब तक रक्षा मंत्रालय और एचएएल के बीच 26,570 करोड़ रुपए के ऑर्डर साइन हो चुके है. इसके अलावा 73 हजार करोड़ रुपए के आर्डर पाइपलाइन में हैं. इसमें 50 हजार करोड़ के 83 तेजस लड़ाकू विमान, 15 हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर, 20 हजार करोड के 200 कमोव हेलीकॉप्टर, 19 डोर्नियर विमान व एरो इंजन के आर्डर शामिल हैं. साथ ही रक्षामंत्री ने कहा कि इसको लेकर गलत तरीके से सवाल उठाए जा रहे है और दुष्प्रचार किया जा रहा है.

 

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