राजस्थान में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पोस्टर के सामने बैठकर पेशाब करते हुए एक राज्य मंत्री कैमरे में कैद हो गए। सोशल मीडिया पर इस वक्त उनका वही फोटो जमकर वायरल हो रहा है। लोगों ने खुले में पेशाब करने को लेकर उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। मगर उन्होंने अपनी इस हरकत को बिल्कुल सही ठहराया है। उन्होंने कहा है कि यह तो सालों से चली आ रही परंपरा है।
यह मामला अजमेर शहर का है। मंत्री शंभू सिंह खेतासर ने सोशल मीडिया पर आलोचना का शिकार होने कहा, “खुले में पेशाब करना तो परंपरा रहा है। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।” आपको बता दें कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर में स्वच्छ भारत अभियान की मुहिम पर जोर दे रहे हैं।
वहीं, मंत्री का यह कृत्य उनकी मुहिम के विपरीत मालूम पड़ता है। हालांकि, मंत्री ने इस बाबत प्रश्न उठने पर स्वच्छ भारत अभियान का बचाव किया। वह बोले, “खुले में शौच करना और पेशाब करना दो अलग-अलग चीजें हैं।”
हालांकि, खेतासर ने सीएम के पोस्टर के पास पेशाब करने की बात से इन्कार किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई को उन्होंने इस बारे में बताया, “दीवार के आगे और सीएम के पोस्टर के पास वाला फोटो मेरा नहीं है।” स्वच्छ भारत अभियान को ढेंगा दिखाने वाले सवाल पर वह बोले कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया, क्योंकि कुछ सुनसान इलाकों में यह अभी भी मुद्दा नहीं माना जाता है। कारण- वहां यह काफी पहले से होता आ रहा है।
बकौल राज्य मंत्री, “मैंने जहां पेशाब की, वह इलाका पूरी तरह से एकांत में है। अगर कोई इस प्रकार की जगह पर पेशाब करता है, तो उससे गंदगी और बीमारियां नहीं फैलेंगी।” उनके मुताबिक, खुले में पेशाब करना उनकी मजबूरी है, क्योंकि वहां पास में कोई भी पेशाबघर नहीं है। बीजेपी की चुनावी रैली जहां होनी है, उसके आसपास एक भी पेशाबघर नहीं है।
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