नई दिल्ली
पिछले कुछ वक्त से पार्टी लाइन से हटकर बयान दे रहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने फिर से पार्टी को निशाने पर लिया है। उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह दी है कि अब पुराने और ज्ञानी नेताओं (लाल कृष्ण आडवाणी, यशवंत सिंह, अरुण शौरी) का सहयोग लेने का वक्त आ गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी के ही कुछ लोग पीएम मोदी के सामने असल चीजों को आने नहीं दे रहे।
अपने पहले ट्वीट में सिन्हा ने लिखा, ‘प्रधानमंत्री सर, आपके कुछ राजनीतिक और सुरक्षा सलाहकार आपको मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य से दूर रखने का काम कर रहे हैं। संवाद जिसकी आप दुहाई देते हो उसे पुराने लोगों से शुरू करने की जरूरत है।’
PM Sir, some of your political and security advisors are leading you up the garden path and further isolating you from reality of developing political scenario.
संवाद, जिसकी आप दुहाई देते हो उसे पुराने लोगों से शुरू करने की ज़रूरत है।— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) June 7, 2018
अगले ट्वीट में ‘छोटू-मोटू’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए सिन्हा ने लिखा, ‘असल सच्चाई हर जगह लिखी हुई है और सबको दिख रही है। साफ पता चल रहा है कि छोटू मोटू हमारे सम्मानित सहयोगियों के अंदर के दर्द को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।’
The stark reality is written all over the wall & is for anyone to see. Chotu Motu trying to assuage the hurt feelings of our esteemed colleagues was a reassuring image. Need of the hour is to look within the Party and to take the blessings of elders and gyaanis….1>2
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) June 7, 2018
आगे बीजेपी के सीनियर नेताओं का नाम लेते हुए सिन्हा ने लिखा, ‘अब वक्त आ गया है कि पार्टी के बड़े और ज्ञानी लोग, आडवाणी जी, जोशी जी, यशवंत जी और अरुण शौरी जैसों का आशीर्वाद लिया जाए और कीर्ति आजाद जैसे साथियों को फिर से गले लगाया जाए। सुबह का भूला अगर शाम को घर लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते। इतिहास ऐसे उदाहरणों से भरा पड़ा है जिससे पता चलता है कि कोई हमेशा अजेय नहीं रहा।’
….Time to take blessings of elders & gyaani like Advanijee, Joshijee, Yashwantji, Arun Shourie & to embrace colleagues like Kirti Azad.
सुबह का भूला अगर शाम को घर लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते। History is full of examples that no one is invincible Sir!— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) June 7, 2018
बता दें कि बिहार में 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी अनदेखी के बाद से ही शत्रुघ्न पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे हैं। वह अक्सर यशवंत सिन्हा के सुर में सुर मिलाते नजर आते हैं, जिन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर लगातार हमलों के बाद पार्टी छोड़ दी थी।
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