विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कर्नाटक पॉलिटिकली चार्ज हो चुका है। सीधे तौर पर मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। लेकिन बाहर से चुनाव जितना सुलझा हुआ नजर आ रहा है उतना है नहीं। अंदर तमाम तरह के दांव पेंच है जो चुनाव के परिणाम के अहम भूमिका निभाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में आज अपने तीसरे चरण का चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया। केंगेरी में कांग्रेस की राज्य सरकार पर निधाना साधाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राज्य सरकार ने बेंगलुरु को कंप्यूटर कैपिटल से क्राइम कैपिटल में बदल दिया है। पीएम ने कांग्रेस की जमकर बुराई की। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने खुब ताली बजाई, मोदी-मोदी के नारे भी लगाएं।
जब पीएम का लंबा भाषण खत्म हुआ तो झंडा ढोने और ताला बजाने वाले बीजेपी कार्यकर्ता सभा से निकलकर पेट की आग बुझाने निकलें। क्योंकि पेट की आग नरेंद्र मोदी के लच्छेदार भाषणों से नहीं बुझती। कार्यकर्ताओं को कुछ रुपए में अपनी भूख मिटाने का साधन दिखा इंदिरा कैंटिन में।
कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार द्वारा खोली गई इस कैंटीन में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लाइन लगाकर टोकन लिया और भरपेट खाना खाया। यहां भरपेट खाना 5 से 10 रुपए में मिल जाता है।
एक ट्विटर यूजर ने इन बीजेपी कार्यकर्ताओं की फोटो शेयर करते हुए लिखा ”मोदी अपने हर भाषण में पूछते हैं कि सिद्धारमैया सरकार ने जनता के लिए क्या किया। देखिए आपके कार्यकर्ता आपका उबाऊ भाषण सुनने के बाद इंदिरा कैंटीन में सस्ता खाना खा रहे हैं।”
बता दें कि 16 अगस्त 2017 को कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार ने इंदिरा कैंटीन की शुरुआत की थी। राजधानी बेंगलुरु में 197 कैंटीन हैं जो हर रोज 2 लाख से अधिक लोगों को सस्ता खाना मुहैया कराती है। इन कैंटीन के उपभोक्ता ख़ासकर के ग़रीब होते हैं।
इनमें दिहाड़ी मज़दूर, ड्राइवर, सुरक्षाकर्मी और भीख मांगने वाले ऐसे लोग भी होते हैं जो दिन में कुछ सौ रुपये या कुछ भी नहीं कमाते हैं। जिनके लिए एक-एक पैसे की क़ीमत है। इस विधानसभा चुनाव में इंदिरा कैंटीन एक फैक्टर के रूप में काम कर रहा है, जिसका सीधा फायदा कांग्रेस को मिल सकता है।
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