ज्यादा सोडा पीने वाले बच्चों की याद्दाश्त हो जाती है कम

सोडा, बोतलबंद जूस या मीठे पदार्थों में शुगर (चीनी) की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। कई स्टडी में यह बताया गया है कि ज्यादा शुगर का सेवन करने से आपको मधुमेह, मोटापा और हृदय संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। लेकिन हाल ही में हुई एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि जो बच्चें शुगर या सोडा जैसे पदार्थों का सेवन करते हैं। उनकी याद्दाश्त और दिमागी शक्ति दूसरे बच्चों के मुकाबले कमजोर होती है। इसके साथ ही गर्भावस्था के दौरान ज्यादा शुगर या बोतलबंद जूस का सेवन करने वाली महिलाओं के बच्चों को भी यही समस्या होती है।कितनी शुगर का सेवन करना सही है…
अमेरिकी हृदय संस्था के अनुसार प्रतिदिन 10 चम्मच चीनी या 15 ग्राम शुगर (159 कैलोरी) का सेवन करना सही माना जाता है। लेकिन इससे ज्यादा शुगर का सेवन करना आपके शरीर व दिमाग को नुकसान पहुंचाता है।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने वर्ष 1999 से 2002 के बीच मैसाचुसेट्स की 1,000 से ज्यादा गर्भवती महिलाओं के आंकड़े एकत्रित किए। इसके साथ ही उनके प्रजनन के बाद शिशुओं से संबंधित जानकारियां भी ली। इसके बाद इन बच्चों को 3 साल और 7 साल पर टेस्ट कराये गए। जिसमें शब्दकोश, समस्याओं को हल करने की योग्यता संबंधित प्रश्न दिए गए थे
इस अध्ययन में पाया गया कि औसतन महिलाएं प्रतिदिन करीब 50 ग्राम शुगर का सेवन करती हैं, जो कि सामान्य से तीन गुना ज्यादा है। साथ ही जन्म के बाद बच्चों को भी प्रतिदिन 30 ग्राम शुगर का सेवन करता हुआ पाया गया। इनके द्वारा सेवन की गई शुगर का सबसे बड़ा स्त्रोत सोडा, बोतलबंद जूस और खाना था। इन सभी बच्चों में 3 साल और 7 साल पर हुए टेस्ट में याद्दाश्त, दिमागी शक्ति और विकास को कमजोर पाया गया। इसके विपरीत जिन महिलाओं ने गर्भावस्था के दौरान ताजे फल और हरी सब्जियों का सेवन किया, उनके बच्चों में दिमागी विकास ज्यादा देखा गया।

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